उसकी नजरों से जो हमारी नजरें मिली वह गुस्से में देखी मुझे इस तरह मैं डर सा गया हूं ऐसा रुख अपनाते उसे देखकर कभी सोचा ना था प्यार उसका मिलेगा
मैं घुटता हूं हर पल हर घड़ी वह बेवफा हो गई गुजरता हूं रोज उधर से पड़ता है घर जहां उसका अपनी रुमाल से आंसू पोंछ कर निकल जाता हूं दिखाएं तो रो पड़ोगे मेरे दिल में दर्द कितना है आशिक तेरे इश्क में बदनाम होना चाहता है तेरे इश्क में पूरा कामयाब होना चाहता है धोखा देकर मुझे नाकाम मत करना तुम्हारी पूजा करूंगा तुम मुझे नाराज मत करना